*सूबह लिखता हूँ, शाम लिखता हूँ;* *सब कुछ "खुल-ए-आम" लिखता हूँ,* *वो कलम भी*
*दीवानी हो जाती है जिससे ✏ बाबा महांकाल का नाम लिखता हूँ l✒*
*जय श्री महाँकाल*
Thursday, February 23, 2017
Png
Thursday, February 16, 2017
Sunday, February 12, 2017
Thursday, February 9, 2017
Wednesday, February 8, 2017
8/2/2017 ke logo
#खैरात में #मिली_ख़ुशी ☺ #मुझे अच्छी #नहीं_लगती, ☝
#मैं #अपने_दुखों में भी #रहता_हूँ ☝ #नवाबों की #तरह ।। King of heart
Monday, February 6, 2017
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