*न मैं गिरा,और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे* *पर लोग मुझे गिराने मे कई बार गिरे* *सवाल जहर का नहीं था वो तो मैं पी गया,* *तकलीफ लोगों को तब हुई, जब मैं जी गया*